-->
पौधारोपण एक मानवीय कार्य, सभी मिलकर धरती को हरा-भरा बनाए- एडीजे ओझा

पौधारोपण एक मानवीय कार्य, सभी मिलकर धरती को हरा-भरा बनाए- एडीजे ओझा

 

आज का पौधारोपण अगली पीढ़ी के लिए तोहफा- एसडीएम यादव 

कुंडगेट स्कूल में विधिक समिति के तत्वावधान में पौधरोपण कार्यक्रम का आयोजन 

शाहपुरा-मूलचन्द पेसवानी 

राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय कुंड शाहपुरा में गुरूवार को विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस के उपलक्ष में तालुका विधिक सेवा समिति के तत्वावधान में पौधरोपण कार्यक्रम का आयोजन समारोह पूर्वक किया गया। 

शाहपुरा के न्यायिक अधिकारीगण, वन विभाग और स्थानीय विद्यालय परिवार द्वारा शहीदों एवं स्वतंत्रता सेनानियों की स्मृति में कई फलदार एवं छायादार पौधे लगाए गए।

इस अवसर पर विद्वान न्यायाधीश एडीजे सुनील कुमार ओझा ने कहा कि प्रकृति संरक्षण दिवस के उपलक्ष में पौधारोपण एक मानवीय कार्य हैं। सभी मिलकर अधिक से अधिक पौधे लगाकर धरती को हरा-भरा बनाए ताकि प्रकृति का संतुलन बना रहे। 

उपखंड अधिकारी सुनीता यादव ने कहा कि पेड़-पौधों के कारण आज मनुष्य जीवित है। यदि पेड़-पौधे नहीं होंगे तो मनुष्य का जीवन संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि आज जो पौधारोपण किया है, वह हमारी आने वाली पीढ़ी के लिए तोहफा होगा, क्योंकि ये पेड़ पौधे बड़े होकर सदियों तक सभी को जीवन के रूप में आक्सीजन देते रहेंगे। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि वे हर माह में एक पौधा जरूर लगाएं।

उपखंड अधिकारी यादव ने विद्यालय में बच्चों के साथ बैठकर भोजन किया और मिड डे मील व्यवस्थाओं को देखा। बालको को अधिक से अधिक शिक्षा ग्रहण करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने प्रकृति संरक्षण के लिए कार्य करने का भी आव्हान किया।

मुख्य ब्लाक शिक्षा अधिकारी डा महावीर कुमार शर्मा ने कहा कि पौधारोपण करना बहुत जरूरी है। जिस तरह हम हवन में आहुति डालते हैं पौधारोपण करना भी उसी के समान है। पर्यावरण को सुरक्षित रखा हम सबकी जिम्मेदारी है, इसलिए हम सभी को पौधारोपण करना चाहिए।

न्यायिक मजिस्ट्रेट मोनिका धनोल ने कहा कि पौधारोपण करने के बाद उसकी देखभाल करना बहुत जरूरी है, क्योंकि अधिकतर लोग पौधारोपण तो करते हैं, लेकिन उनकी देखभाल नहीं करते। इस कारण कुछ दिनों बाद वे पौधे खत्म हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि पौधारोपण करने के बाद ही उनकी देखभाल करने की जिम्मेदारी शुरू होती है, इसलिए हमें पौधारोपण करने के बाद उसकी देखभाल करनी चाहिए।

संचिना कला संस्थान के अध्यक्ष रामप्रसाद पारीक ने कहा कि पेड़-पौधों से हमें विभिन्न प्रकार की दवाइयां मिलती हैं, जो मलेरिया, डेंगू तथा ज्वर आदि में काम आती हैं। पर्यावरण समिति ने शहर के सभी घरों से पर्क करके एक-एक फलदार पौधा लगाने का निश्चय किया है।

विद्यालय के प्रधानाध्यापक देबीलाल बेरवा ने बताया कि इस अवसर पर न्यायिक मजिस्ट्रेट मोनिका धनोल, पुलिस उपाधीक्षक करण सिंह, तहसीलदार नारायण लाल जीनगर, मुख्य ब्लाक शिक्षा अधिकारी डा महावीर कुमार शर्मा, क्षेत्रीय वन अधिकारी थानमल परिहार, अनिल बघेरवाल, पुखराज जोशी, सूर्य प्रकाश ओझा, संचिना कला संस्थान के अध्यक्ष रामप्रसाद पारीक, अपर लोक अभियोजक एडवोकेट हितेश शर्मा, एडवोकेट दीपक पारीक, जिला कांग्रेस महासचिव रामेश्वर सोलंकी, पार्षद राजेश सोलंकी, एडवोकेट अंकित शर्मा, लोकेश उपाध्याय, वर्षा व्यास, चांदमल मूंदड़ा सहित पर्यावरण प्रेमी उपस्थित थे। इस अवसर पर उपखंड अधिकारी सुनीता यादव और मुख्य ब्लाक शिक्षा अधिकारी डा महावीर कुमार शर्मा ने विद्यालय का निरीक्षण भी किया और अब उन तक सभी अतिथियों ने विद्यालय परिसर को हरा भरा देखकर प्रसन्नता व्यक्त की।

Ads on article

Advertise in articles 1

advertising articles 2

Advertise under the article