
जोरा का खेड़ा के ग्रामीणों ने पंचायत सीमांकन के विरोध में कलेक्टर व अतिरिक्त कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
भीलवाड़ा/शाहपुरा (राजेश शर्मा) धनोप ग्राम पंचायत के अंतर्गत आने वाले जोरा का खेड़ा के ग्रामीणों ने गुरुवार को अपने गांव को नवीन ग्राम पंचायत खेड़ा हेतम में शामिल किए जाने के विरोध में जिला कलेक्टर भीलवाड़ा और अतिरिक्त जिला कलेक्टर शाहपुरा को ज्ञापन सौंपकर मांग की कि उनके गांव को पुनः पूर्ववर्ती ग्राम पंचायत धनोप में शामिल किया जाए।
ग्रामीणों की मुख्य शिकायत:
दूरी की समस्या: नई पंचायत खेड़ा हेतम की दूरी 15 किमी है, जबकि पुरानी पंचायत धनोप सिर्फ 3 किमी दूर है।
आवागमन में कठिनाई: गांव और नई पंचायत के बीच खारी नदी पड़ती है, जिसमें वर्षभर पानी भरा रहने से यातायात बाधित होता है।
बुजुर्गों को परेशानी: खराब सड़क मार्ग और अधिक दूरी के कारण वृद्ध लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
ग्रामीणों ने दिया धरना-प्रदर्शन का चेतावनी
ग्रामीणों ने स्पष्ट किया कि यदि उनकी मांग नहीं मानी गई, तो वे लोकतांत्रिक तरीके से मतदान का बहिष्कार करेंगे और बड़े पैमाने पर धरना-प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने बताया कि इस मुद्दे पर वे पहले भी फुलियां कलां उपखंड अधिकारी को कई बार ज्ञापन दे चुके हैं, लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं हुआ है।
ज्ञापन देने के दौरान महावीर जोशी, निहालचंद जोशी, रामप्रसाद गुर्जर, रोडू गुर्जर, श्रवण गुर्जर, बबलू गुर्जर, कालू गुर्जर, कुलदीप जोशी, शिवराज जोशी, सूरज करण गुर्जर, सांवर लाल जोशी, गोपाल गुर्जर, प्रवीण जोशी, किशन गुर्जर, शिवराज गुर्जर, घेवर जोशी, सत्यनारायण गुर्जर, धर्म प्रकाश गुर्जर, भागचंद जोशी सहित कई अन्य लोग मौजूद रहे।
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