
कृष्णानगर जलमग्न: नाले की लापरवाही और टूटी सड़क ने बढ़ाई पीड़ा, जिम्मेदार मौन
कृष्णानगर जलमग्न: नाले की लापरवाही और टूटी सड़क ने बढ़ाई पीड़ा, जिम्मेदार मौन
गुलाबपुरा|शहर के हुरड़ा रोड स्थित कृष्णानगर कॉलोनी इस समय भीषण जलभराव की मार झेल रही है। भारी बारिश के बाद हालात और बिगड़ गए हैं। कॉलोनी की गलियों से लेकर मुख्य सड़क तक पानी भर चुका है। घरों में जहरीले जीव-जंतुओं के घुसने से लोग दहशत में हैं। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक की दिनचर्या ठप हो चुकी है, और कोई राहत की उम्मीद नज़र नहीं आ रही।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि इस परेशानी की जड़ नाले के निर्माण में की गई लापरवाही है। नगर पालिका द्वारा गलत ढलान और अधूरा काम करने के कारण बारिश का पानी कॉलोनी की ओर मुड़ गया। कॉलोनी का मुख्य मार्ग मार्च में ठेकेदार द्वारा मरम्मत के नाम पर तोड़ दिया गया, लेकिन उसके बाद से आज तक काम शुरू नहीं हुआ। इस अधूरी सड़क ने जलजमाव की समस्या को और भी विकराल बना दिया है। हालात यह हैं कि यदि किसी बीमार व्यक्ति को अस्पताल ले जाना हो, तो एम्बुलेंस भी अंदर तक नहीं पहुंच सकती।
जिम्मेदार सो रहे, जनता रो रही
गौरतलब है कि गुलाबपुरा नगर पालिका को हर साल लाखों रुपये का बजट मिलता है, जो जनता की मूलभूत सुविधाओं पर खर्च किया जाना चाहिए। लेकिन जमीनी हकीकत इससे बिल्कुल उलट है। कृष्णानगर जैसी कॉलोनियों में न तो सड़कें दुरुस्त हैं, न ही जलनिकासी की समुचित व्यवस्था है। प्रशासनिक लापरवाही ने आमजन का जीवन नारकीय बना दिया है।
स्थानीय नागरिकों ने कई बार पार्षद और नगरपालिका अधिकारियों को शिकायतें दीं, लेकिन हर बार उन्हें आश्वासन की घुट्टी पिलाई गई। अब जब हालात बेकाबू हो गए हैं, तो कोई जिम्मेदार आगे आने को तैयार नहीं है। हैरानी की बात यह भी है कि विपक्ष के जनप्रतिनिधि भी इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं।
कब मिलेगी राहत?
वर्तमान स्थिति ने एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है – आखिर कब तक आमजन इस प्रशासनिक लापरवाही का शिकार होता रहेगा? क्या किसी बड़े हादसे के इंतजार में हैं जिम्मेदार? कॉलोनीवासियों की मांग है कि जल्द से जल्द सड़क निर्माण कार्य शुरू किया जाए, नाले की उचित सफाई और मार्गदर्शन किया जाए, और कॉलोनी को जलभराव से मुक्ति दिलाई जाए।