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वैष्णव बैरागी सेवा संस्था के तत्वावधान मे तीन दिवसीय संगीतमय नानी बाई का मायरा कथा की कलश शोभायात्रा के साथ हुई शुरुआत।

वैष्णव बैरागी सेवा संस्था के तत्वावधान मे तीन दिवसीय संगीतमय नानी बाई का मायरा कथा की कलश शोभायात्रा के साथ हुई शुरुआत।

बिजयनगर (रामकिशन वैष्णव ) वैष्णव बैरागी सेवा संस्था बिजयनगर के तत्वावधान मे तीन दिवसीय संगीतमय 'नानी बाई रो मायरो'  कथा का आयोजन कलश शोभायात्रा के साथ हुई शुरू। लक्ष्मी नारायण मंदिर के पीछे वैष्णव भवन मे   नानी बाई रो मायर कथा का वाचन साध्वी जयमाला वैष्णव दीदी निलिया, नौगांवा मंदसौर वाले द्वारा किया जारहा है। कथा प्रतिदिन सवा बारह बजे से दोपहर सवा तीन बजे प्रतिदिन तीन अक्टूबर से पांच अक्टूबर तक चलेगी। कथा की शुरुआत विशाल कलश यात्रा के साथ  गाजेबाज व  भजनो पर नाचने गाते हुए श्री त्रिवेणी माता जी मंदिर तेजा चौक से शुरू होकर शहर के विभिन्न मार्गो से होते हुए कथा स्थल पहुंची, जिसका जगह जगह विभिन्न समाज द्वारा पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। इस दौरान बिजयनगर बैरागी सेवा संस्था के अध्यक्ष महावीर वैष्णव सहित   समस्त पदाधिकारी ने कथा वाचक सहित अतिथियों का स्वागत सम्मान किया गया। कथा मे महंत श्री श्याम दास जी महाराज बडली का सानिध्य मिला । कथा मे पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष नवीन शर्मा, पालिका चेयरमैन अनिता मेवाड़ा, भाजपा मंडल अध्यक्ष अमित मोदी, पालिका उपाध्यक्ष प्रीतम बडोला, पार्षद  मनोहर कोगटा, विक्रम सिंह, कालूराम जाजू, आशीष सांड, ओमप्रकाश पांड्या, ज्ञानचंद प्रजापत, अमित लोढा, अभिषेक रांका, सहित अतिथियों का सेवा संस्था के पदाधिकारियों द्वारा स्वागत सम्मान किया गया। नानी बाई का मायरा कथा मे कथा  वाचक सुश्री जय माला वैष्णव दीदी ने श्री नरसी जी मेहता के जन्म, बाल रुप व   जीवन परिचय पर विस्तृत वर्णन किया एवं  सनातन धर्म के बारे मे बताते हुए कहा कि 'जीवन मे सतगुरु का होना  आवश्यक है, सनातन धर्म मे कई त्यौहार है जो बिना गुरु के सम्पन्न नहीं होते है, गुरु का मतलब सच्चे संत की पहचान है, जिनमे  दया, करुणा, सब को अपना समझें, पराया नहीं व क्रोध नहीं करते है। कथा वाचक वैष्णव दीदी ने कहा की आज के समय मे सभी अपने बच्चों पर नजर रखे, उन्हें समय देवे, मन का विचार जाने व संस्कार देकर संस्कारित बनावे, मोबाइल का उपयोग कम से कम करने देवे। कथा मे भगवान के विभिन्न रुप व नरसी जी मेहता जीवांत झांकी सजाई गई। कथा मे  वैष्णव बैरागी सेवा संस्था के पदाधिकारियों सहित बडी संख्या मे समाज बंधु एवं महिलाऐ मौजूद थी।

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