महासती डॉ. कुमुदलता जी मा. सा. के सानिध्य मे हुआ महामंगलकारी अनुष्ठान, हजारों की संख्या मे लोग हुऐ शामिल।
शनिवार, 21 जून 2025
गुलाबपुरा (रामकिशन वैष्णव) स्थानीय शहर मे श्रमण संघीय जैन दिवाकरीय मालव सिंहनी गुरुणी सा प.पु श्री कमलावती जी म.सा. की सुशिष्या अनुष्ठान आराधिका महासती श्री डॉ. कुमुदलता जी म.सा.स्वर साम्राज्ञी महासती श्री डॉ. महाप्रज्ञा जी म.सा. वास्तु शिल्पी महासती श्री डॉ. पद्मकित जी म.सा. विद्याभिलाषी महासती श्री राजकिर्ती जी म.सा. आदि ठाणा 4 का गुलाबपुरा मंगल प्रवेश हुआ। श्री नानक जैन छात्रवास प्रांगण में आयोजित प्रभु पार्श्वनाथ जाप अनुष्ठान कार्यक्रम में महासती डॉ कुमुदलता जी महाराज ने कहा कि भगवान पार्श्वनाथ का स्मरण एवं जाप करने से जीवन कष्ट मुक्त हो जाता है और सच्चे सुख का अनुभव होता है।। उन्होंने कहा कि परमात्मा का स्मरण हमारे जीवन को नई दिशा प्रदान करता है। परमात्मा के स्मरण से जहां कर्मों की निर्जरा होने से जीवन दुख दर्द से मुक्त हो जाता है और मन को असीम शांति का अनुभव होता है। उन्होंने प्रभु पार्श्वनाथ का मंत्र उच्चारण करवाकर व मांगलिक प्रदान कर पाण्डाल में उपस्थित धर्मावलम्बियों को धर्मलाभ प्रदान किया। इस अवसर पर पूर्व मंत्री रामलाल जाट, पूर्व विधायक हगामीलाल मेवाडा, प्रधान कृष्णसिंह राठौड़, पालिकाध्यक्ष सुमित काल्या, पूर्व पालिकाध्यक्ष करतार सिंह, चेतन पेशवानी, धनराज गुर्जर, चंद्रकांता बाहेती, भाजपा मंडल अध्यक्ष इंद्रचन्द चपलोत, ज्ञानचन्द सिंघवी, पार्षद महावीर लढा, राजेश बिलाला, कन्हैया लाल वैष्णव, विनोद त्रिपाठी, महावीर सिंह जेतगढ़ , इत्यादि का आयोजन समिति की ओर से सभी का अभिनन्दन किया गया। आयोजन के लाभार्थी उम्मेदसिंह बाबेल, सम्पतसिंह, अजीतकुमार दिलीपकुमार नाहर देवेन्द्रकुमार रांका, लक्ष्मीलाल, हर्षितकुमार धम्माणी, राजेन्द्रकुमार, राहुल कुमार चौरड़िया, प्रदीपकुमार रांका
सतीशकुमार, अनुराग कांकरिया, राजेन्द्रकुमार, राकेशकुमार, मुकेशकुमार रांका, भंवरसिंह, अनिलकुमार मेहता का भी स्वागत किया गया। गुलाबपुरा जैन समा के वीरेन्द्र सिंह संचेती अध्यक्ष रतनलाल चोरड़िया, मंत्री लक्ष्मीलाल धमाणी , शांतिलाल डांगी, गुरुभक्त निलेश मेहता, अशोक श्री श्रीमाल, पवन मण्डिया, पदम् चौधरी , अनिल मण्डिया, वेदप्रकाश सोनी, गौतम आंचलिया, समप्त लाल कांठेड़, अभय तातेड़, , राकेश बाल्दी , सजंय बड़ोला, राजु सोनी , इत्यादि मौजुद रहे।