-->
श्री मद् भागवत कथा के दुसरे दिन संत श्री ने धुंधकारी की प्रेतयोनी के बारे में बताया!

श्री मद् भागवत कथा के दुसरे दिन संत श्री ने धुंधकारी की प्रेतयोनी के बारे में बताया!

गुलाबपुरा (रामकिशन वैष्णव) स्थानीय सार्वजनिक धर्मशाला में चल रही श्री मद् भागवत कथा के दुसरे दिन कथा वाचक रामस्नेही सम्प्रदाय के संत श्री 108 श्री अमृतराम जी महाराज ने धुंधकारी की कथा सुनाते हुए बताया कि अपने माता-पिता को कष्ट देने वाला, शराब पीने वाला, वेश्यागामी आदि पुरुष प्रेतयोनी प्राप्त कर अनंतकाल तक भटकते रहते हैं, अब न हो गोकर्ण की तरह कथा सुनाने वाले हैं और न सुनने वाले। धुंधकारी को उसके पापों की सजा तो मिली ही साथ ही उसने प्रेतयोनी में रहकर भी सजा भुगती। बाद में जब उसे पछतावा हुआ तो भागवत कथा सुनकर मन निर्मल हो गया। निर्मल मन होने से उसके सारे संताप जाते रहे। भागवत कथा में पार्षद महावीर लड्ढा, रामदेव खारोल, रामपाल जोशी, संपत व्यास, राजकुमार शास्त्री, राजेंद्र जोशी, दिनेश शर्मा, केडी मिश्रा, सहित श्री भागवत सेवा समिति के कार्यकर्ता व भक्तजन मौजूद थे!  द्वितीय दिवस पर भागवत कथा की पूजा अर्चना तोषनीवाल परिवार द्वारा की गई, जिसमें केदार तोषनीवाल, दिनेश तोषनीवाल, सुरेश तोषनीवाल मौजूद थे!

Ads on article

Advertise in articles 1

advertising articles 2

Advertise under the article